3rd International Yoga Day

3rd International Yoga Day

3rd International Yoga Day

21-06-2017
Dr. B. ISLAM K Demonstrated Yoga and

delivered Speech on Success Story of Healthy Living (Tips) during 3rd International Yoga Day
 
we are human being to serve each other with our competencies in this regard I got opportunity to share my Success Story and Healthy Living Tips with the gathering attending 3rd International Yoga Day event on 21-06-2017 at Vankhandi Mahadev Mandir complex, Jister, Kairan at this occasion for inspiration of general public I demonstrated selected yoga practices and delivered an inspiration speech:

 
 
 

 
योग अभ्यास बेहद नफ़ाबख्श है

    योग अभ्यास  नफाबख्श हैं, यह बात में अब से 41 साल पहले समझ गया था और यूनानी चिकित्सक होते हुए भी में  16-11-1976 से योग कर रहा हूँ। अलबत्ता (परन्तु) योग के प्रचार प्रसार का बेडा मैंने 36 वर्ष पूर्व (1981 में) उस दौर के प्रसिद्ध व् महान योग गुरू स्वामी धीरेन्द्र ब्रह्मचारी से दीक्षा लेने के बाद गहन अभ्यास कर के, योग पर शोधपत्र लिख कर 10—3-1981 से उठाया था और यह शोधपत्र उस समय के  दिल्ली से निकलने वाले उर्दू के अखबारों में प्रकाशित हुआ था। फिर 1985 में योग को फैलाने के लिए इटली में मेडिकल कॉन्फ्रेंस में भाग लेने पहुंचा। 1992 में 200 पृश्ठों की योग पुस्तक लिखी, 1999 में योग परचार के लिए में बांग्लादेश व मिस्र, अफ्रीका गया  और होते होते सरकार व समाज सेवी संस्थाओं के सहयोग से 500 से भी ज्यादा योग परियोजनाओं, प्रोग्रामों को प्रारम्भ, प्रतिभाग व संचालन किया।
 
2015 के पहले अन्तर्राश्ट्रीय योग दिवस पर इंग्लिष में लिखी मेरी दो पुस्तकें तालकटोरा स्टेडियम नई दिल्ली में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री व दिल्ली के उपमुख्यमंत्री तथा अन्य गणयमान्य व्यक्तियों ने एक साथ रिलीज की। जिन्हें भारत सरकार ने CBSC व् केन्द्रीय सरकार के आधीन स्कूलों में लगाया तथा विदेषों में अंतर राष्ट्रिय योग दिवस का समर्थन करने वाली सरकारों को भेंट किया। योग अभ्यासों के प्रभाव व लाभान्वित लोगों के आशीष (दुआ) के कारण मैं यूनानी चिकित्सक से योग शिक्षक, फिर मेडिकल ऑफिसर और फिर भारत सरकार में स्टेट ट्रेनिंग कमिश्नर के पदभार को सफलता से संभाल सका और सरकार व  समाज से परशस्ति पत्र तथा 24 पुरस्कार प्राप्त किये।

    अपील: “कैराना के मुस्लिम समाज से मुझे कहना है कि मैं भारतीय योग संस्थान नई दिल्ली से 1985 से जुडा हूँ, कैराना की शाखा परोपकारी है जो आप को खैर के काम की ओर बुला रही है”। अर्थात यह कहती है, खुद योग कर स्वस्थ (तंदरूस्त) रहो और अपने घरवालों व समाज को स्वस्थ बनाने में सहयोग दो। बीमारियों, और उनसे होने वाली परेषानियों व खर्च से बचो।

    योग अभ्यासों (व्यायाम) से किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिये,  40 मुस्लिम देषों ने 2014 में योग अभ्यासों का समर्थन किया है और मैंने इस्लामिक धर्मिक संस्थाओं में योग अभ्यास कराय है, मेरे द्वारा कराई गई किसी भी योग-अभ्यास पर, कहीं किसी मुस्लिम  अभ्यासी ने कोई एतराज़ (आपत्ति) नहीं किया है, यहाँ तक की मेरी जामिया नगर की योग कक्षा में जामिया के प्रोफेसर व मुस्लिम धर्म गुरू भाग लेते रहे हैं, वहां भी कभी किसी ने कोई एतराज़ नहीं किया। आप भी योग व्यायाम अपनाकर स्वस्थ रहें और स्वस्थ समाज को अपने चारों तरफ गठित करने में सहयोग दें।

(The print media and TV channels covered the programme)
https://www.youtube.com/watch?v=Z4FOXFllBdE